BHAGALPUR (KAHALGAON) : कहा जाता है कि सरकारी काम तो सरकारी ही होता है, इस बात को सत्य करने के लिए भरपूर कोशिश मे जुटे हुए है डा आनंद मोहन जो कि अनुमंडलीय अस्पताल ,कहलगांव में प्रभारी उपाधीक्षक के पद पर कार्यरत है।कहलगांव स्थित अनुमंडलीय अस्पताल ,कहलगांव में समाचार संकलन करने गए एक दैनिक समाचार पत्र के पत्रकार के साथ अनुमंडलीय अस्पताल के प्रभारी उपाधीक्षक डा आनंद मोहन के द्वारा अभद्र व्यवहार करते हुए मोबाइल छिनने का प्रयास किया और जान से मारने की भी धमकी दिया था। इस घटना का सूचना मिलते ही अन्य पत्रकार भी अस्पताल पहुंचे थे, और तब तक प्रभारी उपाधीक्षक अस्पताल से निकल गए थे।घटना की सूचना तत्काल सिविल सर्जन को दिया गया था।पीड़ित पत्रकार ने कहलगांव थाना में प्रभारी उपाधीक्षक डा आनंद मोहन के खिलाफ आवेदन देकर न्यायोचित करवाई करने की गुहार लगाई है।पीड़ित पत्रकार नेआवेदन में लिखा है कि समाचार संकलन के लिए अनुमंडल अस्पताल पहुंचे थे।उस दौरान प्रभारी उपाधीक्षक डा आनंद मोहन बेवजह अभद्र भाषा का प्रयोग कर मोबाइल छीनने का प्रयास किया और कालर पड़कर जान मारने का धमकी दिया।
डा आनंद मोहन अस्पताल के कर्मचारी के साथ भी अभद्र व्यवहार करते हैं।
उपाधीक्षक डा आनंद मोहन का रवैया दिन पर दिन खराब ही होते जा रहा है। डा. आनंद मोहन प्रतिदिन शराब पीकर अस्पताल आते हैं, और आए दिन अस्पताल के कर्मचारी के साथ भी अभद्र व्यवहार करते हैं।इस संबंध में प्रभारी उपाधीक्षक से उनका पक्ष लेने का प्रयास किया गया, इस पर प्रभारी उपाधीक्षक ने कहा कि यहां के सभी पत्रकारों को सिर्फ अस्पताल की ही खामियां नजर आती है। इतना कहकर प्रभारी उपाधीक्षक ने मोबाइल आफ कर दिया।पीड़ित पत्रकार ने जिलाधिकारी एवं सिविल सर्जन के पास भी लिखित शिकायत की है।प्रभारी उपाधीक्षक के व्यवहार की सभी पत्रकारों ने निंदा करते हुए रोष प्रकट किया है और सिविल सर्जन से अविलंब कार्यवाही की मांग की है।
भागलपुर से जनतक संवाददाता – शिव रंजन सिंह की रिपोर्ट