DELHI ( BIHAR ): सुशील कुमार मोदी जो कि बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम रह चुके है। पिछले कई माह से कैंसर से लड़ रहे सुशील कुमार मोदी कि दिल्ली के अस्पताल में इलाज के दौरान ही आज यानी कि सोमवार कि रात को निधन हो गया है। मंगलवार को उनका पार्थिव शरीर को पटना लाया जायेगा।
कैंसर से जुझ रहे सुशील मोदी ने 3 अप्रैल को ही अपना सार्वजनिक जीवन के लिए अंतिम सन्देश दे दिया था। सोशल मीडिया पर सुशील कुमार मोदी ने लिखा – ”पिछले 6 माह से कैंसर से संघर्ष कर रहा हूं, अब लगा कि लोगों को बताने का समय आ चूका है! देश, बिहार और पार्टी का सदा आभार और सदैव समर्पित।” सुशील कुमार मोदी के इस पोस्ट के बाद ज़ब वह बिहार आये तो एयरपोर्ट पर उनके हालत दुखत्व ही उनके समर्थको को झटका लगा। जिसके बाद उनके आवास पर बीजेपी के कई दिग्गज नेता मिलने के लिए पहुचे, उस वक्त सुशील मोदी के परिजनों ने उनकी तस्वीर लेने से मना करर दिया था।
1990 में राजनीती में खुद पड़े सुशील कुमार
बीजेपी के जानी मानी राजनीतिज्ञ और बिहार के तीसरे उपमुख्यमंत्री रह चुके सुशील कुमार मोदी बिहार मे वित मंत्री रह चुके है। पटना मे पले – बढे सुशील कुमार मोदी पढ़ाई पटना से ही हुयी थी इन्होने बीएससी कि डिग्री लिया उसके बाद एमएससी का कोर्स छोड़ कर और जय प्रकाश नारायण के आंदोलन मे मोर्चा संभालने लगे। इसके कुछ समय के बाद 1990 में राजनीती में खुद पड़े पर और सफलतापूर्वक पटना से केंद्रीय विधान सभा से चुनाव लड़े। और इसके बाद राजनीत मे सुशील कुमार मोदी का कद बड़ा होता चला गया । ज़ब सुशील मोदी ने कैंसर के बारे मे सार्वजनिक किया की इसके बाद चुनाव मे प्रचार नहीं करेंगे । 2005 बिहार मे चुनाव हुआ था जिसके बाद एनडीए कि सरकार सत्ता में आया तब मोदी को बिहार बीजेपी विधानमंडल पार्टी के नेता चुना गया । बाद में इससे इस्तीफा दे दिया और बिहार के उपमुख्य मंत्री के रूप शपथ लिया । अन्य विभागों वित्त मंत्री का भी पद संभाले है । ऐसा कहा जाता है कि 2017 में जेडीयू-आरजेडी ग्रैंड एलायंस सरकार के पतन के पीछे का मुख्य खिलाड़ी थे सुशील कुमार मोदी ।
पटना से जनतक न्यूज संवाददाता-रिया सिंह की रिपोर्ट