बिहार-एक समय था जब भोजपुरी बोलना और भोजपुरी गाने सुनने से गर्व की अनुभूति होती थी भोजपुरी के लिये स्वर्गीय भिखारी ठाकुर जी ने भोजपुरी को एक अलग पहचान दिलाई थी यूं कहें कि उन्हें भोजपुरी का सेक्सपियर कहा जाता था ! उनके बाद भोजपुरी के कई अच्छे अच्छे गायक हुए जिसमे विष्णु ओझा, भरत शर्मा, महेंद्र मिश्र, शारदा सिन्हा, कल्पना पटवारी जैसे कई अनेको गायक और गायिकाओं ने भोजपुरी को एक अलग पटल पर रख कर खुद सम्पूर्ण भोजपुरी भाषी लोगों के लिये मिशाल बन गये। लेकिन आज की वर्तमान भोजपुरी की गायकी में जिस कदर अश्लीलता ने अपना प्रकोप दिखाया है, जिसकी हम सब ने कभी कल्पना नही की थी।
आज के गायक और गायिकाओं की बात करें तो कुछ एक गायक और गायिकाओं को छोड़कर सभी अश्लीलता परोस रहे हैं। अभी कुछ दिनों से भोजपुरी की एक गयिका जिनका नाम तान्या झा वो खूब वायरल हो रही हैं, और तो और जब उनसे मीडिया उनकी गायकी के बारे में पूछती है तो वो मीडिया से ही उलझ जाती हैं और पूर्ण बेबाकी से वो अश्लील गायकी के लिये जनता को ही जिम्मेवार मानती है। भोजपुरी की विवादित गयिका तान्या झा का मानों विवादों से पुराना रिश्ता रहा हो। उन्होंने दस दे के किस ल बिस दे के मिस ला….पवन सिंह यार है खेसरिया भतार ह …यूज़ कई ले ल ऊपर वाला पोर्शन आव ढोढ़ी के नीचे क ल दर्शन….जैसे कई ऐसे विवादित गाने गाये हैं जिसको एक परिवार में बैठकर आम जन मानस नही देख और सुन सकता हैं।
न केवल तान्या झा को बल्कि ऐसे गाना गाने वाले तमाम गायक और गायिकाओं को इस प्रकार के गानों को गाने से रोकने की जरूरत है। बिहार सरकार को चाहिये कि ऐसे गानों को पूर्ण रूप से रोक पायें इसके लिये एक ठोस कानून बनाकर इसे शख्ती से लागू करे ताकि भोजपुरी की स्वछता और शालीनता बनी रहे।
जन तक न्यूज़ संवाददाता-अभय यादव की रिपोर्ट