बांका-बिहार
जन तक न्यूज संवदाता – रंजन सिंह राजपूत की रिपोर्ट
बांका फर्जी पुलिस station :- Fake Police station in Banka
फर्जी पुलिस या फर्जी पुलिस ऑफिसर की बातें अभी तक सुनने को मिलती थी लेकिन जालसाजी इस हद तक बुलेट ट्रेन की रफ्तार से बढ़ गयी है कि उसका कोई पैमाना नही रह गया है ! बिहार- बांका जिला -मुख्यालय में पिछले 6 माह से भी ज्यादा समय से पूरा थाना ही फर्जी तौर पर चल रहा था और किसी को कानों कान तक इसकी कोई भनक तक नहीं लगी. बांका के एक गेस्ट हाउस में तथाकथित थाना बनाया गया था. जालसाजी के माध्यम ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब लोगों से पैसा ठगने का काम किया जाता था. इस फर्जी थाना में कॉन्स्टेबल से लेकर दारोगा तक की ड्यूटी थी. पहली बार कोई भी देखे तो धोखा खा जाये
हमारे संवदाता के मुताबिक असली वाले थाना प्रभारी, शंभू प्रसाद यादव किसी अपराधी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर वह पुलिस station लौट रहे थे. इस बीच बांका गेस्ट हाउस के सामने सड़क पर एक अनजान महिला और युवक पुलिस के ड्रेस में दिखे. शक के आधार पर पूछताछ करने के उपरांत इस मामले का उदभेदन हुआ. 5 की गिरफ्तारी भी हुई . गिरफ्तार पांच लोगों में एक तथाकथित नकली महिला दारोगा भी है, जो बिहार पुलिस की फुल ड्रेस में थी. उसके पास सर्विस रिवाल्वर के जगह देशी कट्टा था. वहीं दूसरा आकाश कुमार नामक एक शख्स खुद को इस फर्जी थाने का चौकीदार बता रहा था.
फर्जी थाने में बहाली के लिए भी लगा पैसा
नकली दरोगा अनिता ने कहा कि वह बांका जिले के फुल्लीडुमर क्षेत्र के दुधघटिया की रहने वाली है. वहीं के ही भोला यादव ने फर्जी दारोगा बनाकर बांका के कार्यालय में तैनात किया था. उसने बताया कि जब कहीं भी सरकारी मकान बनता था , वहां ये नकली दरोगा अपने दल बल के साथ पहुंच जाती थी .आकाश के बयान के अनुसार मानें तो भोला यादव को 70 हजार रुपये देकर वह बहाल होकर फर्जी थाना में चौकीदार बना था. कार्यालय के सभी नकली और फर्जी कर्मीयों की बहाली, पुलिस वर्दी, अवैध हथियार, कार्यालय इत्यादि सभी प्रबन्धन की जिम्मेवारी में भोला यादव का नाम मुख्य तौर पर आ रहा है !
दरोगा को सर्विस हथियार के तौर पर देशी कट्टा दिया गया था
फर्जी दरोगा अनिता के पास से एक देशी कट्टा बरामद हुआ है जिसका उपयोग सेल्फ डिफेंस के तौर पर सर्विस आर्म्स के रूप में किया जाता था
जिला के एसपी ने संवादाताओं को दी पूरे मामले की जानकारी
जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. सत्य प्रकाश ने बताया कि यह पूरी तरह से जालसाजों का गिरोह है जो पटना स्कॉर्ट टीम नाम से बांका में एक कार्यालय संचालित करता था. यहां से पुलिस वर्दी में कुछ संदिग्ध लोगों की गिरफ्तारी की गई है. कार्यालय से भी कुछ कागजात, बिहार पुलिस की वर्दी, बैज सहित अन्य सामान जब्त किए गए हैं. एसपी की मानें तो यह गिरोह ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को पुलिस की नौकरी का झांसा देकर पैसा ठगता है. पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई शुरू करते हुए प्राथमिकी दर्ज करने की तैयारी कर रही है तथा इसमें संलिप्त अन्य लोगों की जानकारी इकट्ठा करने के उपरांत , सभी नकली पुलिस कर्मियीं सहित अन्य संलिप्त लोगों की गिरफ्तारी कर कानूनी कार्यवाही के लिये जेल भेजने की तैयारी की जा रही है।